कोलोरेक्टल कैंसर: लीवर पाचन तंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसी तरह आंतें भी पाचन तंत्र का एक हिस्सा हैं। आंतों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। जो लोग खान-पान सही नहीं रखते हैं। दूषित चीजों का सेवन आंतों के लिए भी हानिकारक होता है। आमतौर पर खराब जीवनशैली के कारण कोलन कैंसर होने का खतरा होता है। लेकिन दूसरी बीमारियों की तरह कोलन कैंसर के भी लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आंतों के लक्षण क्या हैं।
डायरिया और कब्ज की हो सकती है शिकायत
आंतों का कैंसर यानी कोलोरेक्टल कैंसर की वजह से कई दिनों तक पेट खराब रहता है। दस्त, कब्ज और मल पतला होने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। अगर यह समस्या बनी रहती है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
शौच के दौरान खून आना
शौच के दौरान खून आना, मल का रंग गहरा होना और पेट में दर्द जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं। यदि शौच करते समय रक्तस्त्राव हो रहा हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हालांकि यह लक्षण बवासीर का भी होता है।
वजन कम होना
कोलोरेक्टल कैंसर के मरीज का वजन बिना किसी कसरत के तेजी से कम होने लगता है। अगर बिना वजह आपका वजन कम हो रहा है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।
बार-बार मल त्याग करना
आंतों के कैंसर की स्थिति में रोगी का पेट एक बार में पूरी तरह से साफ नहीं हो पाता है। बार-बार फ्रेश होने का मन करता है। यह कोलोरेक्टल कैंसर का लक्षण है।
मोटापा कैंसर का कारण बनता है
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) बताता है कि अधिक वजन होना कोलोरेक्टल कैंसर का एक प्रमुख कारण है। पेट के आसपास चर्बी जमा होने से कोलोरेक्टल कैंसर हो सकता है।
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